संस्था अथवा लोग, सभी पहले से ज्यादा रचनात्मक बनने के तरीके तलाशते रहते हैँ। कम्पनियाँ नए उत्पाद और सेवाओँ के साथ आने के लिए प्रयासरत रहती है जिससे उन्हेँ उत्पाद और सेवाओँ मेँ सबसे पहले आने का लाभ
मिल सके और बाजार (Market) मेँ उनका एक अलग स्थान बनेँ। इसी प्रकार लोग लीक से हटकर अपने अन्दर खूबियोँ का विकास कर आत्मविश्वास और गुणोँ का विकास करने की कोशिश कर अधिक उत्पादक बन सकते हैँ। लेकिन एक मुख्य प्रश्न यह उठता है कि कोई व्यक्ति किस प्रकार अधिक रचनात्मक, आत्मविश्वासी और ऊर्जावान बने? इसके लिए एक उपाय यह हो सकता है कि आप अपनी व्यस्त जिँदगी से कुछ समय निकालेँ और अधिक रचनात्मक बनने के लिए नई चीजोँ से परिचित होकर नए क्षेत्रोँ मेँ अपनी सोच के दायरेँ को बढ़ा सकेँ। एक उदाहरण के तौर पर जब हम अपनी प्रोफेशनल जिँदगी से थोड़े समय के लिए ब्रेक लेते हैँ तो स्वयँ को अधिक ऊर्जावान महसूस करते हैँ और यही समय अधिक रचनात्मकता विकसित करने के लिए भी उपयुक्त होता है। आस-पास के वातावरण के बदलने और अनुकूल परिस्थितियोँ के होने का इन्तजार करने के बजाय स्वयं को बदलकर परिस्थितियोँ को अपने अनुकूल बनाएं।
मिल सके और बाजार (Market) मेँ उनका एक अलग स्थान बनेँ। इसी प्रकार लोग लीक से हटकर अपने अन्दर खूबियोँ का विकास कर आत्मविश्वास और गुणोँ का विकास करने की कोशिश कर अधिक उत्पादक बन सकते हैँ। लेकिन एक मुख्य प्रश्न यह उठता है कि कोई व्यक्ति किस प्रकार अधिक रचनात्मक, आत्मविश्वासी और ऊर्जावान बने? इसके लिए एक उपाय यह हो सकता है कि आप अपनी व्यस्त जिँदगी से कुछ समय निकालेँ और अधिक रचनात्मक बनने के लिए नई चीजोँ से परिचित होकर नए क्षेत्रोँ मेँ अपनी सोच के दायरेँ को बढ़ा सकेँ। एक उदाहरण के तौर पर जब हम अपनी प्रोफेशनल जिँदगी से थोड़े समय के लिए ब्रेक लेते हैँ तो स्वयँ को अधिक ऊर्जावान महसूस करते हैँ और यही समय अधिक रचनात्मकता विकसित करने के लिए भी उपयुक्त होता है। आस-पास के वातावरण के बदलने और अनुकूल परिस्थितियोँ के होने का इन्तजार करने के बजाय स्वयं को बदलकर परिस्थितियोँ को अपने अनुकूल बनाएं।
sahi kaha...!
ReplyDeleteबहुत सुंदर प्रस्तुति. नव वर्ष की शुभकामनाएं !
ReplyDeleteआस-पास के वातावरण के बदलने और अनुकूल परिस्थितियोँ के होने का इन्तजार करने के बजाय स्वयं को बदलकर परिस्थितियोँ को अपने अनुकूल बनाएं।....सटीक बात ..
ReplyDeleteबहुत सुन्दर और सार्थक चिंतन...
ReplyDeleteबहुत सुन्दर और सार्थक चिंतन...
ReplyDeleteसुन्दर व सार्थक रचना...
ReplyDeleteनववर्ष मंगल कामनाओँ के साथ मकर संक्रान्ति की शुभकामनाएँ।
सार्थक पोस्ट ....शुभकामनायें
ReplyDeleteमंगल पर्व की शुभकामनाएं
ReplyDeleteसुन्दर व सार्थक रचना.
ReplyDeleteUttam soch ki post..
ReplyDeleteSankranti ki shubhkamnaye..
आपकी लिखी रचना "पांच लिंकों का आनन्द में" शनिवार 23 जनवरी 2016 को लिंक की जाएगी ....
ReplyDeletehttp://halchalwith5links.blogspot.in पर आप भी आइएगा ....धन्यवाद!
बहुत अच्छा और सार्थक लेख ।
ReplyDeleteबहुत अच्छा और सार्थक लेख ।
ReplyDeletevibha rani ji,
ReplyDeleteJeewantips ki post ko Apne blog me shamil karne ke liye "Thanks"
Nice Jeewan tips are shared know about
ReplyDeleteShri khatu shyam ji Mandir
| Khatu shyam ji Temple|
Khatu Shyam temple in Sikar
|Story Of Khatu Shyam Temple|
Aarti of khatu shyam Baba|
Photos Of Khatu Shyam Baba Temple
wallpapers Of Khatu Shyam Baba Temple
Bhajan Of Khatu Shyam Baba Temple
Khatushyam mela fair date 2016